Saturday, February 20, 2016

कोमलता

कोमलता है आसमान की ,
जो पंछियों को उड़ने की जगह देता है। 
कोमलता है सूरज की ,
जो संसार को हर हाल में रोशन करता है। 
कोमलता है चाँद की ,
जो अपनी मधुर चाँदनी बिखेरता है। 

कोमलता है निर्मल जल की ,
जो प्राणियों को जीवन देता है। 
कोमलता है उन पेड़ो की ,
जो थके राहगीर को शीतल पनाह देते है। 
कोमलता है उन फूलो की ,
जो सुंदरता संग अपनी खुशबू बिखेरते है। 

कोमलता है दिल की ,
जो धड़कनो को मिलाती है। 
कोमलता है उस एहसास की ,
जो प्रेमियों को जगाती है। 
कोमलता है प्यार की ,
जो रिश्तों में मिठास भर देती है। 

कोमलता है हमारे विचारों की ,
जो हमें अच्छा इंसान बना देती है। 
कोमलता है हमारी आत्मा की ,
जो हमें हमारे परमात्मा से मिला देती है। 



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