Friday, October 23, 2015

बगिया के कुछ शायराना रंग - (8)

" ये ग़म ये आँसू कभी कम ना होंगे,
ये उदासी के बादल हरदम ना होंगे,
बिता लिया करो कुछ लम्हें हमारी याद में,
फिर क्या याद करोगे तुम,
जब कभी हम ना होंगे।।"

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